जंगल अब नगर में है
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टँगा है सूचनापट
' खतरा है आगे । '
नहीं है अब
सुरक्षित
बढ़ना
जंगल में
भीतर
नगर में
शोर है
गहमा - गहमी है
उष्णता शीत औ ' नमी है
- ये सब : नहीं हैं
जंगल में
जंगल में
जंगल नहीं है
संग्रहालय में है अब
और संग्रहालय
नगर में
जंगल अब नगर में है ।
- श्रीकृष्ण शर्मा
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( रचनाकाल - 1974 ) , पुस्तक - '' अक्षरों के सेतु '' / पृष्ठ - 76
sksharmakavitaye.blogspot.in
shrikrishnasharma.wordpress.com
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टँगा है सूचनापट
' खतरा है आगे । '
नहीं है अब
सुरक्षित
बढ़ना
जंगल में
भीतर
नगर में
शोर है
गहमा - गहमी है
उष्णता शीत औ ' नमी है
- ये सब : नहीं हैं
जंगल में
जंगल में
जंगल नहीं है
संग्रहालय में है अब
और संग्रहालय
नगर में
जंगल अब नगर में है ।
- श्रीकृष्ण शर्मा
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( रचनाकाल - 1974 ) , पुस्तक - '' अक्षरों के सेतु '' / पृष्ठ - 76
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