( 8 )
हमें लेखनी पर रहा , खुद से ज्यादा नाज |
( 9 )
जीवन भर हमने लिखे , सिर्फ प्यार के गीत |
( 10 )
गर्व न कर ओ बापु रे , कुछ कागज कर श्याम |
( 11 )
थे कितने - कितने बड़े , लोग गए हैं भूल |
( 12 )
गयी सोचने जिन्दगी , मिला न मौजूँ शब्द |
( 13 )
शिखर ' निराला ' गीत के , ' बच्चन ' , ' सुमन ', नरेन्द्र |
- श्रीकृष्ण शर्मा
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पुस्तक - '' मेरी छोटी आँजुरी '' , पृष्ठ - 34 ,35
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