Friday, August 28, 2015

पुस्तक ( गीत - संग्रह ) - '' बोल मेरे मौन '' से लिया गीत - '' आये हो तो ''









यह भी कोई बात हुई ?

यह न कबड्डी , लौट चले तुम ,
ज्यों ही प्रथम लकीर छुई !
यह भी कोई बात हुई ?

आए हो तो तनिक बैठ लो ,
बैठ छाँव में कुछ सुस्ता लो ,
दौड़ - धूप आपा - धापी में ,
हँस - गा कर अवसाद मिटा लो ,

कुछ अपनी कह , मेरी सुन लो।,
तम में रजत - चाँदनी बुन लो ,

सच मानो , ताउम्र उजाला 
देती सुख की एक फुई !
यह भी कोई बात हुई ?


                     - श्रीकृष्ण शर्मा 

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पुस्तक - '' बोल मेरे मौन ''  ,  पृष्ठ - 40












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