कुछ कहते हैं
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कुछ कहते हैं गीत मर गया । ।
कोरी भावुकता में जन्मा ,
एक फूल वृन्त से झर गया
कुछ कहते हैं गीत मर गया । ।
भाव लिजलिजे , छन्द पुराने ,
उपमा औ ' उपमान रूढ़ थे ,
जो कि काल्पनिक दुख में खोया
जिसके सब निहितार्थ गूढ़ थे ,
गुमसुम औ ' उदास पीड़ा का ,
थकी और हारी क्रीड़ा का ,
था पालित -शापित बेटा जो ,
आँसू - सा चुपचाप ढर गया ।
कुछ कहते हैं गीत मर गया । ।
- श्रीकृष्ण शर्मा
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( रचनाकाल - 1964 ) , पुस्तक - '' फागुन के हस्ताक्षर '' , पृष्ठ - 75
sksharmakavitaye.blogspot.in
shrikrishnasharma.wordpress.com
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कुछ कहते हैं गीत मर गया । ।
कोरी भावुकता में जन्मा ,
एक फूल वृन्त से झर गया
कुछ कहते हैं गीत मर गया । ।
भाव लिजलिजे , छन्द पुराने ,
उपमा औ ' उपमान रूढ़ थे ,
जो कि काल्पनिक दुख में खोया
जिसके सब निहितार्थ गूढ़ थे ,
गुमसुम औ ' उदास पीड़ा का ,
थकी और हारी क्रीड़ा का ,
था पालित -शापित बेटा जो ,
आँसू - सा चुपचाप ढर गया ।
कुछ कहते हैं गीत मर गया । ।
- श्रीकृष्ण शर्मा
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( रचनाकाल - 1964 ) , पुस्तक - '' फागुन के हस्ताक्षर '' , पृष्ठ - 75
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