प्यार : कुछ मुक्तक - 5
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'' प्यार में जब मिलन होता है ,
कुछ नया तब सृजन होता है ;
आदमी देवता बनता है तब -
प्यार जब श्रद्धा - कन सँजोता है । ''
- श्रीकृष्ण शर्मा
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पुस्तक - '' चाँद झील में '' , पृष्ठ - 52
नवरात्रों की हार्दिक मंगलकामनाओं के आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल बुधवार (25-03-2015) को "ज्ञान हारा प्रेम से " (चर्चा - 1928) पर भी होगी!
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सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
धन्यवाद मयंक जी |
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