प्यार : कुछ मुक्तक - 2
'' प्यार अन्धे को आँख देता है ,
प्यार उड़ने को पाँख देता है ;
प्यार अँधियार के अँगरखे में -
चाँद औ ' तारे टाँक देता है । ''
- श्रीकृष्ण शर्मा
-----------------------------------------------
पुस्तक - '' चाँद झील में '' , पृष्ठ - 52
No comments:
Post a Comment