प्यार : कुछ मुक्तक - 4
---------------------
'' प्यार न धन औ ' मान चाहता ,
प्यार न वैभव - शान चाहता ;
बदले की भी चाह न इसमें ,
प्यार त्याग - बलिदान चाहता । ''
- श्रीकृष्ण शर्मा
---------------------------------------------
पुस्तक - '' चाँद झील में '' , पृष्ठ - 52
No comments:
Post a Comment