प्यार : कुछ मुक्तक - 3
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'' प्यार के वास्ते सियासत है ,
प्यार के वास्ते अदावत है ;
बादशाहों तलक से होती रही -
प्यार के वास्ते बगावत है । ''
- श्रीकृष्ण शर्मा
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पुस्तक - '' चाँद झील में '' , पृष्ठ - 52
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