गीत अमर है !
---------------
किसने कहा कि गीत मर गया ?
नहीं मरा है , नहीं मरेगा ,
जब तक जग है , गीत अमर है । ।
गीत अमृत से भरा कुण्ड है ,
गीत सरस रस की गागर है
गीत ज्येष्ठ में आषाढ़ी घन ,
पतझर में फूलों का घर है ;
गीत काव्य का प्रथम श्लोक है ,
स्वप्न - कल्पना - भाव लोक है ;
आहत शोषित कवि की वाणी ,
संवेदित अन्तर्मन की है -
यह निःसृत पीड़ा कल्याणी ;
मानव का संघर्ष गीत है ,
करुणा का यह जीवित स्वर है ।
किसने कहा कि गीत मर गया ?
नहीं मरा है , नहीं मरेगा ,
जब तक जग है , गीत अमर है । ।
- श्रीकृष्ण शर्मा
----------------------------------------
( रचनाकाल - 1964 ) , पुस्तक - '' फागुन के हस्ताक्षर '' , पृष्ठ - 75
sksharmakavitaye.blogspot.in
shrikrishnasharma.wordpress.com
---------------
किसने कहा कि गीत मर गया ?
नहीं मरा है , नहीं मरेगा ,
जब तक जग है , गीत अमर है । ।
गीत अमृत से भरा कुण्ड है ,
गीत सरस रस की गागर है
गीत ज्येष्ठ में आषाढ़ी घन ,
पतझर में फूलों का घर है ;
गीत काव्य का प्रथम श्लोक है ,
स्वप्न - कल्पना - भाव लोक है ;
आहत शोषित कवि की वाणी ,
संवेदित अन्तर्मन की है -
यह निःसृत पीड़ा कल्याणी ;
मानव का संघर्ष गीत है ,
करुणा का यह जीवित स्वर है ।
किसने कहा कि गीत मर गया ?
नहीं मरा है , नहीं मरेगा ,
जब तक जग है , गीत अमर है । ।
- श्रीकृष्ण शर्मा
----------------------------------------
( रचनाकाल - 1964 ) , पुस्तक - '' फागुन के हस्ताक्षर '' , पृष्ठ - 75
sksharmakavitaye.blogspot.in
shrikrishnasharma.wordpress.com
No comments:
Post a Comment