Thursday, October 8, 2015

'' बोल मेरे मौन '' नामक गीत , गीत - संग्रह - '' बोल मेरे मौन '' से लिया गया है -









बोल मेरे मौन ,
मेरी याचना हारी ,
मगर हिमवान ज्यों का त्यों । 

ज्योति मेरी मौन ,
मेरी अर्चना हारी ,
मगर पाषाण ज्यों का त्यों । 

सृष्टि मेरी मौन ,
मेरी सर्जना हारी ,
मगर वीरान ज्यों का त्यों । 

ज्ञान मेरा मौन ,
मेरी कल्पना हारी ,
मगर इंसान ज्यों का त्यों । 

मौत जैसा मौन ,
लगता चेतना हारी ,
मगर जाग्रत अभी है 
कलम का ईमान ज्यों का त्यों । 


                                    - श्रीकृष्ण शर्मा 

_________________________
पुस्तक - '' बोल मेरे मौन ''  ,  पृष्ठ - 81

सुनील कुमार शर्मा
पुत्र –  स्व. श्रीकृष्ण शर्मा ,
जवाहर नवोदय विद्यालय ,
पचपहाड़ , जिला – झालावाड़ , राजस्थान .
पिन कोड – 326512
फोन नम्बर - 9414771867


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