किसने कहा कि गीत मर गया ?
नहीं मरा है , नहीं मरेगा ,
जब तक जग है , गीत अमर है । ।
गीत अमृत से भरा कुण्ड है ,
गीत सरस रस की गागर है ,
गीत ज्येष्ठ में आषाढ़ी धन ,
पतझर में फूलों का घर है ;
गीत काव्य का प्रथम श्लोक है ,
स्वप्न - कल्पना - भाव लोक है ;
आहत - शोषित कवि की वाणी ,
संवेदित अन्तर्मन की है
यह निःसृत पीड़ा कल्याणी ;
मानव का संघर्ष गीत है ,
करुणा का यह जीवित स्वर है ।
किसने कहा कि गीत मर गया ?
नहीं मरा है , नहीं मरेगा ,
जब तक जग है , गीत अमर है । ।
- श्रीकृष्ण शर्मा
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पुस्तक - '' बोल मेरे मौन '' , पृष्ठ - 71
सुनील कुमार शर्मा
पुत्र – स्व. श्रीकृष्ण शर्मा ,
जवाहर नवोदय विद्यालय ,
पचपहाड़ , जिला – झालावाड़ , राजस्थान .
पिन कोड – 326512
फोन नम्बर - 9414771867
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