Thursday, October 22, 2015

'' बारात नई लाओ ! '' नामक गीत कवि स्व. श्रीकृष्ण शर्मा के गीत संग्रह - '' बोल मेरे मौन '' से लिया गया है -









तुम धरती को सौग़ात नई लाओ !!

पतझर की नज़र लगी है सिरजन पर ,
तुम मधुऋतु की बारात नई लाओ !
तुम धरती को सौग़ात नई लाओ !!

वह बादल नहीं अभी तक आ पाया 
जो प्यास बुझाए सब सबके मन की ,
वह चाँद न अब तक ऊगा अम्बर में 
कालौंछ पौंछ दे जो निशि के तन की ;

अब भी मरुथल प्यास है पावस में ,
अब भी काली है रात अमावस में ;

चाँद नया बारात नई लाओ !
तुम धरती को सौग़ात नई लाओ !!


                                            - श्रीकृष्ण शर्मा 

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पुस्तक - '' बोल मेरे मौन ''  ,  पृष्ठ - 82

सुनील कुमार शर्मा  
पुत्र –  स्व. श्रीकृष्ण शर्मा ,
जवाहर नवोदय विद्यालय ,
पचपहाड़ , जिला – झालावाड़ , राजस्थान .
पिन कोड – 326512
फोन नम्बर - 9414771867



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