तुम पास हमारे आये तो ,
पर मिले सदा दूरी रखकर ।
तुमने अपनेपन का अभिनय
हमको बहलाने ख़ूब किया ,
होने तक स्वार्थ - सिद्धि तुमने
सिर - आँखों हमको बिठा लिया ;
लेकिन जब निकल गया मतलब
बन गये दूध की मक्खी हम ,
गलहारों के संग डाल दिये
फिर तुमने विषधर हो निर्मम ;
पर हम भोले सीधे - सादे
पाले मुग़ालता रहे यही ,
तुम सबसे ज्यादा अपने हो
जैसे नदिया को कोई लहर ।
तुम पास हमारे आये तो ,
पर मिले सदा दूरी रखकर ।
- श्रीकृष्ण शर्मा
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पुस्तक - '' बोल मेरे मौन '' , पृष्ठ - 75
सुनील कुमार शर्मा
पुत्र – स्व. श्रीकृष्ण शर्मा ,
जवाहर नवोदय विद्यालय ,
पचपहाड़ , जिला – झालावाड़ , राजस्थान .
पिन कोड – 326512
फोन नम्बर - 9414771867
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