Saturday, October 24, 2015

'' मुग़ालता '' नामक गीत , कवि स्व. श्रीकृष्ण शर्मा के गीत संग्रह - '' बोल मेरे मौन '' से लिया गया है -









तुम पास हमारे आये तो ,
पर मिले सदा दूरी रखकर । 

तुमने अपनेपन का अभिनय 
हमको बहलाने ख़ूब किया ,
होने तक स्वार्थ - सिद्धि तुमने 
सिर - आँखों हमको बिठा लिया ;

लेकिन जब निकल गया मतलब 
बन गये दूध की मक्खी हम ,
गलहारों के संग डाल दिये 
फिर तुमने विषधर हो निर्मम ;

पर हम भोले सीधे - सादे 
पाले मुग़ालता रहे यही ,
तुम सबसे ज्यादा अपने हो 
जैसे नदिया को कोई लहर ।  

तुम पास हमारे आये तो ,
पर मिले सदा दूरी रखकर । 


                                 - श्रीकृष्ण शर्मा 

_________________________
पुस्तक - '' बोल मेरे मौन ''  ,  पृष्ठ - 75

सुनील कुमार शर्मा  
पुत्र –  स्व. श्रीकृष्ण शर्मा ,
जवाहर नवोदय विद्यालय ,
पचपहाड़ , जिला – झालावाड़ , राजस्थान .
पिन कोड – 326512
फोन नम्बर - 9414771867


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