Thursday, October 15, 2015

'' कैसा है ये हवन हमारा ? '' नामक गीत , कवि स्व . श्रीकृष्ण शर्मा के गीत - संग्रह - '' बोल मेरे मौन '' से लिया गया है -









वर्षों बीतीं रात झेलते ,
अँधियारा देह से बेलते ;
धूप खिलाने को दीपक पर ,
हम सूरज से रहे खेलते !

उजियारे को रहे काटते ,
किरणों के पर रहे छाँटते ;
कुछ पल चकाचौंध की ख़ातिर ,
सिर्फ़ कुमकुमें रहे बाँटते !

सम्बन्धों के फूल तोड़ते ,
जलते हुए पहाड़ ओढ़ते ;
चन्द काग़जों की सुर्ख़ी पर 
साँस - साँस को हैं निचोड़ते !

कैसा है यह  सृजन हमारा ,
नागफनी है द्वारे ?
कैसा है ये हवन हमारा 
वर पाकर भी हारे ?


                                   - श्रीकृष्ण शर्मा 

_________________________

पुस्तक - '' बोल मेरे मौन ''  ,  पृष्ठ - 87

सुनील कुमार शर्मा  
पुत्र –  स्व. श्रीकृष्ण शर्मा ,
जवाहर नवोदय विद्यालय ,
पचपहाड़ , जिला – झालावाड़ , राजस्थान .
पिन कोड – 326512
फोन नम्बर - 9414771867


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