आख़िर वही हुआ , हमको था डर जिसका ।
हुआ बेदखल वही , यहीं था घर जिसका । ।
जिसने फिरंगियों से टकरा - टकरा कर
आज़ादी के तट - बंधों को खड़ा किया ,
जिसने रक्त पिलाकर अपने सीने का
प्रजातंत्र को ताकत दी औ ' बड़ा किया ;
उसको परे धकेल , छीन कर हक़ सारे ,
सत्ता में आ गए लुटेरे - हत्यारे ;
हक़ की ख़ातिर कौन लड़ेगा , देखें तो ,
कहता था वह , कटा पड़ा है सर जिसका ।
आख़िर वही हुआ , हमको था डर जिसका ।
हुआ बेदखल वही , यहीं था घर जिसका । ।
- श्रीकृष्ण शर्मा
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पुस्तक - '' बोल मेरे मौन '' , पृष्ठ - 74
सुनील कुमार शर्मा
पुत्र – स्व. श्रीकृष्ण शर्मा ,
जवाहर नवोदय विद्यालय ,
पचपहाड़ , जिला – झालावाड़ , राजस्थान .
पिन कोड – 326512
फोन नम्बर - 9414771867
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