Tuesday, October 13, 2015

'' ज़िन्दगी खड़ी है कफ़न ओढ़ ! '' नामक गीत , कवि स्व. श्रीकृष्ण शर्मा के गीत - संग्रह - '' बोल मेरे मौन '' से लिया गया है -









जब दुनिया का दुख देखा तो 
मैं आँसू नहीं रोक पाया !!

मैं अपनी पीड़ा भूल गया ,
मैं भूल गया अपने अभाव ,
हर ठौर पड़े देखे मैंने 
जब भूख - गरीबी के पड़ाव ;

बिखरे सपनों की व्यथा , भग्न 
आशाओं का दारुण विलाप ,
लाचारी औ ' मजबूरी का 
हैं लोग ढो रहे करुण शाप ;

ज़िन्दगी खड़ी है कफ़न ओढ़े,
उखड़ी साँसें , ढहती काया !

जब दुनिया का दुख देखा तो 
मैं आँसू नहीं रोक पाया !!


                                   - श्रीकृष्ण शर्मा 

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पुस्तक - '' बोल मेरे मौन ''  ,  पृष्ठ - 67

सुनील कुमार शर्मा  
पुत्र –  स्व. श्रीकृष्ण शर्मा ,
जवाहर नवोदय विद्यालय ,
पचपहाड़ , जिला – झालावाड़ , राजस्थान .
पिन कोड – 326512
फोन नम्बर - 9414771867

sksharmakavitaye.blogspot.in
shrikrishnasharma.wordpress.com


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