ऐसे क्यों उदास हो भाई ?
सूर्यपुत्र होकर क्यों तम के
आगे यों हताश हो भाई ?
ऐसे क्यों उदास हो भाई ?
देखो , देखो फूल हँस रहे
घिर शूलों के चक्रव्यूह में ,
देखो , झाँक रहा है अँखुआ
इस पथरीले वज्र ढूह में ;
देखो , ग्रीष्म हो चला सावन ,
पतझर होता जाता फागुन ;
किन्तु तुम्हीं क्यों पाले बैठे ,
पीड़ा और त्रास हो भाई ?
ऐसे क्यों उदास हो भाई ?
- श्रीकृष्ण शर्मा
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पुस्तक - '' बोल मेरे मौन '' , पृष्ठ - 80
सुनील कुमार शर्मा
पुत्र – स्व. श्रीकृष्ण शर्मा ,
जवाहर नवोदय विद्यालय ,
पचपहाड़ , जिला – झालावाड़ , राजस्थान .
पिन कोड – 326512
फोन नम्बर - 9414771867
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