Monday, November 23, 2015

'' ख़त '' नामक नवगीत , कवि स्व. श्री श्रीकृष्ण शर्मा के नवगीत - संग्रह - '' अँधेरा बढ़ रहा है '' से लिया गया है -









हर ख़त 
जैसे -
दुख का रथ । 

      आँसू 
      हँसती आँखों में ,
      पीड़ा लिये 
      ठहाकों में ,
कम्पित होंठ 
गीत की गत । 
हर ख़त … 

      लकवा मारा 
      सपनों को ,
      तेरहवीं क्या 
      दफ्नों को ,
लेकिन 
इति ही 
अब तो अथ । 
हर ख़त …
                 

                - श्रीकृष्ण शर्मा 

________________________
पुस्तक - '' अँधेरा बढ़ रहा है ''  ,  पृष्ठ -  41

sksharmakavitaye.blogspot.in
shrikrishnasharma.wordpress.com

सुनील कुमार शर्मा  
पुत्र –  स्व. श्री श्रीकृष्ण शर्मा ,
जवाहर नवोदय विद्यालय ,
पचपहाड़ , जिला – झालावाड़ , राजस्थान .
पिन कोड – 326512
फोन नम्बर - 9414771867

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