मेघों से डर कर ,
धूप छिपी ।
चन्द्रमा
दिख रहा है
कुछ - कुछ ,
रेत में ,
अधढँकी पड़ीं सिपी ।
मेघों से डर कर ,
धूप छिपी ।
लगता
घर है
उराँव का ये ,
अँगनई सभी है ,
राख लिपी ।
मेघों से डर कर ,
धूप छिपी ।
- श्रीकृष्ण शर्मा
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पुस्तक - '' अँधेरा बढ़ रहा है '' , पृष्ठ -18
सुनील कुमार शर्मा
पुत्र – स्व. श्री श्रीकृष्ण शर्मा ,
जवाहर नवोदय विद्यालय ,
पचपहाड़ , जिला – झालावाड़ , राजस्थान .
पिन कोड – 326512
फोन नम्बर - 9414771867
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