सन्ध्या के संग मिटा ,
सूरज का स्वर्ण - लेख ।
डूब गयी सबकी सब
बस्ती काले जल में ,
उलझा रह गया शिखर
मन्दिर का बादल में ।
यात्राएँ ठहर गयीं
सड़कें अधरंग देख ।
नीड़ों में सोयी है
अब थकान दिन भर की ,
जाग रहा सिर्फ दिया
आस सँजो घर भर की ।
सन्नाटा बजता है ,
रातों की लिये टेक ।
धरती का उजियारा
हथियाया तारों ने ,
गठियाये सपने सब
धूर्त औ ' लबारों ने ,
उफ़ , पिशाच - सीनों में ,
गड़ी नहीं किरन - मेख ।
- श्रीकृष्ण शर्मा
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पुस्तक - '' अँधेरा बढ़ रहा है '' , पृष्ठ - 17
सुनील कुमार शर्मा
पुत्र – स्व. श्रीकृष्ण शर्मा ,
जवाहर नवोदय विद्यालय ,
पचपहाड़ , जिला – झालावाड़ , राजस्थान .
पिन कोड – 326512
फोन नम्बर - 9414771867
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