छेद कर
जैसे कलेजे में
गगन के कील ,
हत्यारे - सरीखा है खड़ा
दुर्दम्य - ऊँचा ताड़ ,
बौने पेड़ ठठ के - ठठ
अवश - निरुपाय ।
जैसे -
द्रौपदी कौरव - सभा में
लाज को रोती ,
दुःशासन पाशविकता में लगाता कहकहे ,
सहमा हुआ स्वर सुन नहीं पड़ता
निरर्थक शोर में ।
आसनों धृतराष्ट्र की औलाद
बैठी भोगतीं सुख और सुविधा
पाण्डवों का हक़ ।
और
रच दुष्चक्र ,
जन - जन को रुपहली जिन्दगी से काट
निर्वासन - अवधि को काटने
भेजा किसी अज्ञात पथ पर ।
और
महँगाई - अभावों का बना कर व्यूह ,
मार डाला
चेतनायुत - ऊर्जस्वित अभिमन्यु ।
- श्रीकृष्ण शर्मा
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पुस्तक - '' अँधेरा बढ़ रहा है '' , पृष्ठ - 62 , 63
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सुनील कुमार शर्मा
पुत्र – स्व. श्री श्रीकृष्ण शर्मा ,
जवाहर नवोदय विद्यालय ,
पचपहाड़ , जिला – झालावाड़ , राजस्थान .
पिन कोड – 326512
फोन नम्बर - 9414771867
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