सारे सन्दर्भों से कटे हुए ,
तन में औ ' मन में ही बँटे हुए ,
कैसे जन्मायेंगे
जीवन्ती योजना ?
अर्थ नहीं सपनों की भीड़ों का ,
आँगन में देवदारु - चीड़ों का ,
व्यर्थ के प्रसंगों पर
आँख को निचोड़ना ।
बिकता है विज्ञापन , चीज़ नहीं ,
सभ्य व्यक्त करते हैं , खीज नहीं ,
अलगावों में ज्यों
सम्बन्धों को खोजना ।
*
- श्रीकृष्ण शर्मा
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पुस्तक - '' अँधेरा बढ़ रहा है '' , पृष्ठ - 35
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सुनील कुमार शर्मा
पुत्र – स्व. श्री श्रीकृष्ण शर्मा ,
जवाहर नवोदय विद्यालय ,
पचपहाड़ , जिला – झालावाड़ , राजस्थान .
पिन कोड – 326512
फोन नम्बर - 9414771867
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