एक नदी कोलाहल
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डूबे आवाज़ों में
उजले स्वर !
एक नदी कोलाहल
चढ़ा हुआ ,
कुछ भी तो रहा नहीं
पढ़ा हुआ ;
लगते हैं धुँधलाते
शुभ अक्षर !
पश्चिम का टाइफून *
ये अथाह ,
पत्थर की नाव लिए
सार्थवाह ;
थर्राता घर ही क्या
गाँव - शहर !
- श्रीकृष्ण शर्मा
* टाइफून : पश्चिमी प्रशान्त महासागर में आने वाला तूफ़ान
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पुस्तक - '' एक नदी कोलाहल '' , पृष्ठ - 70
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