छटपटाती भावनाएँ ,
चेतना - हत कामनाएँ ,
औ ' अपाहिज से पड़े संकल्प।
घेर कर बैठे
फरेबी - स्वार्थी - लोलुप दरिन्दे
भेड़िये औ ' सर्प।
भूख - निर्धनता - अभावों के
विकट लाक्षागृहों में
राख होता सूर्य।
चक्रव्यूहों में फँसी
यह ज़िन्दगी संघर्ष - रत है ,
आत्म - रक्षा हेतु।
पर
कुचक्री सिन्धु के उस पार तक
निश्चय रचूँगा ,
' अक्षरों के सेतु ' ।
- श्रीकृष्ण शर्मा
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पुस्तक - '' अँधेरा बढ़ रहा है '' , पृष्ठ - 85
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सुनील कुमार शर्मा
पी . जी . टी . ( इतिहास )
पुत्र – स्व. श्री श्रीकृष्ण शर्मा ,
जवाहर नवोदय विद्यालय ,
पचपहाड़ , जिला – झालावाड़ , राजस्थान .
पिन कोड – 326512
फोन नम्बर - 9414771867
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