Monday, November 2, 2015

ज्योति गीत ( एक ) - '' अता - पता सच का न कहीं ! '' नामक नवगीत , कवि स्व. श्रीकृष्ण शर्मा के नवगीत - संग्रह - '' अँधेरा बढ़ रहा है '' से लिया गया है -









हर ओर धुँआ , हर ओर घुटन ,
हर ओर शूल , हर ओर चुभन ,
है अता - पता सच का न कहीं ,
हर ओर मुखौटे  या चिलमन । 

             हर ओर झूठ , हर ओर लूट ,
             हत्या , आतंक , अपहरण , भय ,
             है गर्म गोश्त पर गिद्ध - दृष्टि ,
             ख़बरों तक सिमटी जीवन - लय । 

शतरंजी चालों में माहिर ,
' क्राइम - क्राउन ' दोनों सहचर ,
जन की ठठरी पर सत्ता - सुख ,
चौपट राजा , अन्धेर नगर । 

             अस्तित्व बचाना है , आओ ,
             कुछ त्यागो , होमो , गुस्साओ ,
             धो भावस की कालौंछ सभी ,
             कर दो गुलाल औ ' स्वर्णानन !  


                                                - श्रीकृष्ण शर्मा 

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पुस्तक - '' अँधेरा बढ़ रहा है ''  ,  पृष्ठ - 86

सुनील कुमार शर्मा  
पुत्र –  स्व. श्रीकृष्ण शर्मा ,
जवाहर नवोदय विद्यालय ,
पचपहाड़ , जिला – झालावाड़ , राजस्थान .
पिन कोड – 326512
फोन नम्बर - 9414771867


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