Monday, October 26, 2015

'' आख़िर वही हुआ ! '' नामक गीत , कवि स्व. श्रीकृष्ण शर्मा के गीत संग्रह - '' बोल मेरे मौन '' से लिया गया है -









आख़िर वही हुआ , हमको था डर जिसका । 
हुआ बेदखल वही , यहीं था घर जिसका । । 

जिसने फिरंगियों से टकरा - टकरा कर 
आज़ादी के तट - बंधों को खड़ा किया ,
जिसने रक्त पिलाकर अपने सीने का 
प्रजातंत्र को ताकत दी औ ' बड़ा किया ;

उसको परे धकेल , छीन कर हक़ सारे ,
सत्ता में आ गए लुटेरे - हत्यारे ;

हक़ की ख़ातिर कौन लड़ेगा , देखें तो ,
कहता था वह , कटा पड़ा है सर जिसका । 

आख़िर वही हुआ , हमको था डर जिसका । 
हुआ बेदखल वही , यहीं था घर जिसका । । 


                                                      - श्रीकृष्ण शर्मा 

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पुस्तक - '' बोल मेरे मौन ''  ,  पृष्ठ - 74

सुनील कुमार शर्मा  
पुत्र –  स्व. श्रीकृष्ण शर्मा ,
जवाहर नवोदय विद्यालय ,
पचपहाड़ , जिला – झालावाड़ , राजस्थान .
पिन कोड – 326512
फोन नम्बर - 9414771867


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