tag:blogger.com,1999:blog-8758158148376064735.post7152927263557958965..comments2023-06-17T04:50:58.573-07:00Comments on कवि श्रीकृष्ण शर्मा.......: '' आँसू '' नामक नवगीत , कवि स्व. श्री श्रीकृष्ण शर्मा के नवगीत संग्रह - '' अँधेरा बढ़ रहा है '' से लिया गया है -Anonymoushttp://www.blogger.com/profile/03512194634736191777noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-8758158148376064735.post-23806276047883484562016-02-06T17:28:17.704-08:002016-02-06T17:28:17.704-08:00धन्यवाद मयंक जी |धन्यवाद मयंक जी |Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/03512194634736191777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8758158148376064735.post-85894992412429961892016-02-06T17:27:48.506-08:002016-02-06T17:27:48.506-08:00धन्यवाद मयंक जी |धन्यवाद मयंक जी |Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/03512194634736191777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8758158148376064735.post-33785314429021226132016-02-06T02:59:26.531-08:002016-02-06T02:59:26.531-08:00आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (07-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (07-02-2016) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "हँसता हरसिंगार" (चर्चा अंक-2245) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com