tag:blogger.com,1999:blog-8758158148376064735.post3621155933886771522..comments2023-06-17T04:50:58.573-07:00Comments on कवि श्रीकृष्ण शर्मा.......: '' तुम बिना '' नामक मुक्तक , कवि स्व. श्री श्रीकृष्ण शर्मा के मुक्तक संग्रह - '' चाँद झील में '' से लिया गया है -Anonymoushttp://www.blogger.com/profile/03512194634736191777noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8758158148376064735.post-30070689612543715802016-02-11T06:05:10.649-08:002016-02-11T06:05:10.649-08:00धन्यवाद मयंक जी |धन्यवाद मयंक जी |Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/03512194634736191777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8758158148376064735.post-33842445112179297602016-02-09T06:13:10.970-08:002016-02-09T06:13:10.970-08:00आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (10-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (10-02-2016) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> ''चाँद झील में'' (चर्चा अंक-2248)) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />चर्चा मंच परिवार की ओर से स्व-निदा फाजली और अविनाश वाचस्पति को भावभीनी श्रद्धांजलि।<br /><br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com